इंडियन प्रीमियर लीग के ये है वो 5 झूठ, जिन्हे हम आज तक सच मानते है
IPL 2021 के 14वें सीजन में RCB ने अभीतक सभी मैच जीते हैं।
Sunday Special: दुनिया की सबसे महंगी टी20 लीग (T20 League) यानी की आईपीएल 2008 (IPL 2008) से शुरु हुई है। जब से आईपीएल (IPL) की शुरुआत हुई है। तब से क्रिकेट फैंस (Cricket fans) के लिए मनोरंजन (Entertainment) की बहार सी आ गई है। लीग का हर मैच अपने आप में काफी रोमांचक होता है। अपने 14 साल के लंबे सफर में समय के साथ आईपीएल ने नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं। जिसके चलते यह हर सीजन धमाकेदार एंट्री के साथ और भी रोचक बनता जा रहा है। लीग ने समय के साथ कई छोटी-बड़ी सुर्खियां भी बटोरी हैं। जिसमें कुछ अच्छी और यादगार रही हैं तो कुछ इतनी हैरान करने वाली है।
हालांकि, आईपीएल को लेकर कई तरह की झूठी धारणाएं भी अक्सर लोगों के बीच बनी रहती हैं, जिन्हें लोग आज भी सच मानकर चलते हैं। आज हम आपको अपने Sunday Special में आईपीएल से जुड़े उन 5 झूठ के बारे में बताएंगे जिन्हें हर कोई सच मानकर बैठा है।
1. मैच फिक्सिंग के कारण बैन हुई सीएसके और आरआर
सबसे पहला झूठ ये है कि चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) और राजस्थान रॉयल्स (RR) को मैच फिक्सिंग (Match Fixing) के कारण बैन किया गया था। दरअसल, क्रिकेट फैंस का मानना है कि 2015 के सीजन में सीएसके और राजस्थान रॉयल्स पर मैच फिक्सिंग के चलते बैन लगाया था, लेकिन यह सच नहीं है, बता दें कि दोनों ही टीम के मुख्य अधिकारी गुरुनाथ मयप्पन और राज कुंद्रा को स्पॉट फिक्सिंग के चलते बर्खास्त किया गया था। इसके साथ-साथ बीसीसीआई ने सीएसके और राजस्थान रॉयल्स के खेलने पर भी 2 साल की पाबंदी लगा दी थी। दरअसल मैच फिक्सिंग और स्पॉट फिक्सिंग दोनों ही अलग एक्ट हैं, स्पॉट फिक्सिंग में पहले से ही किसी खास गतिविधि को बता दिया जाता है कि इस तरह से यह घटना घटेगी, लेकिन मैच फिक्सिंग में मैच का परिणाम या खिलाड़ी अधिकारियों द्वारा फिक्स कर दिया जाता है। हालांकि क्रिकेट फैंस अभी भी इस घटना को मैच फिक्सिंग के रूप में देखते हैं।
2. मुंबई इंडियंस के मैच में अंपायर बिके होते हैं
5 बार आईपीएल खिताब विजेता रही मुंबई इंडियंस के लिए फैंस ने यह धारणा बना ली है कि मुंबई इंडियंस अंपायरों को खरीदकर अपने पक्ष में कर लेती है। जिस कारण अंपायर मुंबई के हक में ज्यादा फैसले देते हैं और इसी कारण मुंबई इतने खिताब जीतने में भी सफल रही है। लेकिन अगर मुंबई इंडियंस के खिलाडियों पर भी नजर डाली जाए और जिस तरह से फ्रेंचाइजी उनकी खान-पान से लेकर उनकी फिटनेस तक का ध्यान रखती है। शायद ही कोई फ्रेंचाइजी इतना अपने प्लेयर्स का ध्यान रखे, मुंबई ने इस तरह की क्रिकेट ब्रांड कायम की है कि उसके खिलाड़ी अगर अन्य टीम में या नेशनल टीम में भी खेलते हैं तो अच्छा प्रदर्शन करते हैं। इस कारण वह 5 बार विजेता बने हैं।
हालांकि, मैच के दौरान अंपायरों से भी कई गलतियां होती है इसका मतलब ये कतई नहीं है कि वह मुंबई इंडियंस या किसी और टीम से मिले होते हैं। क्योंकि खेल के दौरान कई गलतियां हो जाती है ये वास्तविक है किसी से भी हो सकती हैं। चाहे यह 2019 के दौरान धोनी को गलत रन आउट दिया गया हो, या 2017 के फाइनल में स्टीव स्मिथ को दी गयी वाइड गेंद का मामला रहा हो, ये सब फैसले अम्पायरों के लिए निर्णायक भूमिका में कठिन थे।
3. डेक्कन चार्जर और सनराइजर्स हैदराबाद एक ही टीम
कुछ लोगों का यह भी मानना है कि डेक्कन चार्जर टीम ही सनराइजर्स हैदराबाद है। लेकिन ये गलत है इसमें जरा सी भी सच्चाई नहीं है। हालांकि, यह तो सच है कि हैदराबाद की ओर से ही डेक्कन चार्जर की शुरुआत हुई थी और यह टीम आईपीएल के शुरुआती 5 सीजन भी खेली और इतना ही नहीं 2009 के दौरान डेक्कन चार्जर आईपीएल खिताब जीतने में भी कामयाब हुई, लेकिन 2012 तक आते-आते यह फ्रेंचाइजी दिवालिया हो चुकी थी। जिसके बाद सन टीवी नेटवर्क ने इस टीम में रूचि दिखाई और इस फ्रेंचाइजी को खरीद लिया। इन्होंने 2013 में नए सिरे से सनराइजर्स हैदराबाद टीम बनायी थी, सनराइजर्स हैदराबाद ने डेक्कन के ज्यादातर खिलाड़ियों को टीम में शामिल कर लिया था। जिसके चलते लोगों को आज भी लगता है कि डेक्कन चार्जर और सनराईजर्स एक ही टीम हैं। सनराईजर्स ने 2013 के बाद कभी पीछे पलट कर नहीं देखा और 2016 में आईपीएल खिताब जीतने में भी कामयाब रही।
4. आईपीएल मैच होते हैं फिक्स
कुछ लोग आईपीएल से जुड़ी इस धारणा को आज भी सच मानते हैं कि आईपीएल एक फिक्स लीग की तरह काम कर रही है। लेकिन सच्चाई यह है कि आईपीएल के इतिहास में यह कोरी अफवाह है जिसे लोग सच मान बैठे हैं। अगर आप गौर से देखें तो आप समझ पायेंगे कि खिलाड़ी इस लीग में किस तरह की मेहनत करते हैं और मैच जीतने के लिए ऐड़ी चोटी का जोर लगाते हैं। जहां तक बात आईपीएल फिक्सिंग की है, तो बीसीसीआई ने खिलाड़ियों और फ्रेंचाइजियों को मॉनिटर करने के लिए पहले से ही नियम बना रखे हैं कि उनकी हर एक एक्टिविटीज पर ध्यान रख सकें। इसीलिए यह कह देना कि आईपीएल फिक्स है, तो यह एक कोरी अफवाह है। क्योंकि भ्रष्टाचार के मामले में बीसीसीआई ने पहले भी टीम के अधिकारीयों पर कड़ी कार्यवाही करते हुए मयप्पन और कुंद्रा जैसे अधिकारियों पर आजीवन निलंबन करार दिया है।
5. IPL के सबसे महंगे खिलाड़ी क्रिस मॉरिस
आईपीएल 2021 की नीलामी के बाद से सभी का यह मानना है कि क्रिस मॉरिस आईपीएल इतिहास के सबसे महंगे खिलाड़ी हैं। जिन्हें राजस्थान रॉयल्स ने 16.25 करोड़ की बड़ी रकम देकर खरीदा है। लेकिन यह पूर्ण रूप से सच नहीं है। क्योंकि 2018 के सीजन में आरसीबी ने विराट कोहली को 17 करोड़ देकर रिटेन किया था। इसलिए इस क्रम में विराट कोहली आईपीएल इतिहास के सबसे महंगे खिलाड़ी हैं। इसके अलावा फ्रेंचाइजी में ऐसे बहुत से खिलाड़ी हैं, जिन्हें टीमें हर साल अधिक रकम देकर रिटेन करती हैं। लेकिन कई बार इन बातों का खुलासा समय से नहीं होता है, आगामी नीलामी में विराट और बड़ी बोली के साथ रिटेन किये जा सकते हैं, क्योंकि आरसीबी अब भी विराट के साथ बने रहना चाहती है।