बिहार के 40 सांसदों को युवाओं की फिक्र नहीं, अग्निपथ पर बोले तेजस्वी
पटना। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा कि बिहार की एनडीए सरकार न दोराहे पर और न ही चौराहे पर खड़ी दिखती है बल्कि यह पूरी तरह दिशाहीन हो चुकी है। बिहार के 40 लोकसभा सांसदों के रहते युवाओं के हितों के साथ मजाक किया जा रहा है।
तेजस्वी ने केन्द्र सरकार द्वारा लागू की गयी अग्निपथ नीति को लेकर सवाल खड़े किए है। सोशल मीडिया के माध्यम से अपने दिल की बात में तेजस्वी ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बेरोजगारी तथा मंहगाई की समस्या आसमान छू रही है। एक तरफ बिहार का युवक हताश, निराश व परेशान है तो दूसरी तरफ डबल इंजन की सरकार सरकारी नौकरियों को खत्म करने की योजना बना रही है। डबल इंजन सरकार 19 लाख नौकरियों का वादा पूरा क्यों नहीं कर रही है।
तेजस्वी ने कहा कि भ्रष्टाचार, अफ सरशाही, महंगाई, बेरोजगारी, गऱीबी एवं बदहाल शिक्षा, स्वास्थ्य और कानून व्यवस्था से बिहारवासी क्या कम परेशान थे कि सरकार के घटक दल के मंत्री और नेता प्रतिदिन आपस में लडऩे झगडऩे में व्यस्त है। बिहार के सत्तारूढ़ दलों का आपसी झगड़ा राज्य हित में नहीं बल्कि व्यक्तिगत हितों को लेकर है जिससे केवल और केवल जनता और बिहार का नुक़सान है। बिहार ने इन्हें 40 में से 39 लोकसभा सांसद दिए अगर इनमें राज्यहित की भावना, नैतिकता और जज़्बा होता तो बिहार के लिए विशेष राज्य का दर्जा और विशेष पैकेज जैसे अहम मुद्दों के लिए क्या ये केंद्र सरकार से नहीं लड़ते।
तेजस्वी ने कहा है कि विशेष राज्य का दर्जा, बिहार के लिए विशेष पैकेज, लगातार बढ़ता पलायन, बिहार में उद्योग धंधों की कमी और बेरोजगारी को भाजपा बस चुनावी मुद्दे के तौर पर इस्तेमाल करती हैं लेकिन सत्ता में आते ही ये ज्वलंत मुद्दे भूल जाते है और ध्यान भटकाने के लिए अपनी नूराकुश्ती में लग जाते हैं।
सरकार 17 वर्षों का रिपोर्ट कॉर्ड जारी क्यों नहीं करते। अग्निपथ योजना लागू करने के कारण सैन्य बलों का गर्व से हिस्सा बनने वाले युवाओं से उनका उनका आत्मसम्मान, गौरव और आत्मविश्वास छिना जा रहा है। एनडीए, संघ और भाजपा के शीर्षस्थ नेता नहीं चाहते कि बिहार एक समृद्ध सूबा बने।