36 लोग एक साथ कोरोना पॉजिटिव, बेंगलुरु के अपार्टमेंट में हुई पार्टी में संक्रमण फैलने की आशंका
देश में कोरोना के सक्रिय मामले कम हो रहे हैं, लेकिन लोगों की जरा सी लापरवाही एक बार फिर स्थिति को बिगाड़ सकती है। जिसका जाता उदाहरण बेंगलुरु में देखने को मिला है। जहां बोम्मनहल्ली इलाके के एक अपार्टमेंट रहने वाले परिवार को पार्टी होस्ट करना भारी पड़ गया। पार्टी में गए करीब 36 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।
एक ही अपार्टमेंट में 36 लोगों के बीमार पड़ते ही बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) की टीम ने त्वरित ऐक्शन लेते हुए अपार्टमेंट के सभी ब्लॉक को सैनिटाइज किया। साथ ही इस अपार्टमेंट में रहने वाले करीब 2300 लोगों का कोविड टेस्ट किया गया है, जिसकी रिपोर्ट आज शाम या मंगलवार की सुबह तक आ जायेगी। आपको बता दें कि यह अपार्टमेंट घनी आबादी वाले इलाके में स्थित है और इसके आस-पास कई गार्मेंट फैक्ट्रियां हैं, जहां हर रोज हजारों की संख्या में कर्मचारी काम पर आते हैं। यही कारण है कि बीबीएमपी ने अपार्टमेंट के लोगों को होम क्वारंटाइन की सलाह दी है। हालांकि सभी 36 संक्रमित ने खुद को होम आइसोलेट कर लिया है।
पार्टी-आयोजन में न लगाएं भीड़-
ऐसे में लोगों की लापरवाही और धड़ल्ले से हो रही पार्टी और आयोजन कितना उचित है इस बारे में कोविड-19 नेशनल टास्क फोर्स के चेयरमैन डॉ. वी के पॉल कहते हैं कि अभी भीड़ मत लगायें तो बेहतर होगा, क्योंकि अगर भीड़ में एक भी सुपर स्प्रेडर पहुंच गया, तो परिवार के परिवार खत्म हो सकते हैं। इस वायरस की फितरत ऐसी है कि इसे पार्टी बहुत पसंद है। जहां जितनी अधिक मौज होती है, वायरस भी उतनी मौज करते हैं। ध्यान रहे, कई देशों में इस वायरस के ऐसे म्यूटेशन आये हैं, जो बहुत तेज गति से फैलते हैं। कुछ तो ऐसे भी हैं, जो हमारी वैक्सीन को चुनौती दे सकते हैं। हर व्यक्ति में वायरस की सीक्वेंसिंग नहीं की जा सकती है, इसलिए क्या पता कौन कैसे वायरस से संक्रमित हो। ऐसे में हमारी लापरवाही से बहुत नुकसान हो सकता है।
सेकेंड वेव से बचने के लिए न बरतें लापरवाही-
इस बारे में लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज की डॉ अपर्णा अग्रवाल कहती हैं कि हमारे देश में कोविड के मामले काफी कम आ रहे हैं। ध्यान रहे, हमारे देश में अभी कोरोना की सिंगल वेव ही आई है। आशा करते हैं कि वैक्सीन की वजह से सेकेंड वेव न आए। इसके लिए जरूरी है कि अभी लोग एहतियात बरतें और जब वैक्सीन लगाई जाए तो आगे आएं। इससे हम कोविड के आंकड़ों को कम कर सकते हैं, क्योंकि कई देशों में देख रहे हैं कि वायरस के जो भी म्यूटेट स्ट्रेन आ रहे हैं वो और ज्यादा डेडली हैं। साउथ अफ्रीका का वेरिएंट बहुत गंभीर पाया गया है। इसलिए अभी भी अनुशासन में रहते हुए सजग और सचेत रहना है।