केरल ने देश का पहला सरकारी स्वामित्व वाला ओटीटी प्लेटफॉर्म किया लॉन्च
तिरुवनंतपुरम 07 मार्च (भारत पोस्ट लाइव) केरल ने बड़ी पहल करते हुए गुरुवार को देश का पहला सरकारी स्वामित्व वाला ओटीटी प्लेटफॉर्म ‘सीस्पेस’ लॉन्च किया जिसका उद्देश्य लोगों को उन्मुख, सार्थक जानकारी प्रदान करना और क्षेत्र के अपार अवसरों का लाभ उठाना है।
मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने गुरुवार सुबह 9.30 बजे कैराली थिएटर में इस नये ओटीटी प्लेटफॉर्म का शुभारंभ किया। सांस्कृतिक मामलों के मंत्री साजी चेरियन ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।
केरल राज्य फिल्म विकास निगम (केएसएफडीसी) के अध्यक्ष एवं प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक शाजी एन करुण ने कहा,“सीस्पेस मूल रूप से सामग्री चयन और प्रसार के मामले में ओटीटी क्षेत्र में बढ़ते असंतुलन और विविध चुनौतियों का जवाब है।”
‘सीस्पेस’ का प्रबंधन केएसएफडीसी द्वारा किया जाता है जो राज्य सरकार के स्वामित्व वाली कंपनी है, जिसे सांस्कृतिक मामलों के विभाग की ओर से मलयालम सिनेमा और उद्योग को बढ़ावा देने का काम सौंपा गया है। सामग्री के चयन और अनुमोदन के लिए केएसएफडीसी ने 60 सदस्यों का एक क्यूरेटर पैनल गठित किया है जिसमें बेन्यामिन, ओवी उषा, संतोष सिवन, श्यामाप्रसाद, सनी जोसेफ और जियो बेबी जैसी राज्य की प्रतिष्ठित सांस्कृतिक हस्तियां शामिल हैं।
मंच पर प्रस्तुत की गई सामग्री के प्रत्येक टुकड़े का मूल्यांकन उसकी कलात्मक, सांस्कृतिक और मनोरंजन योग्यता के लिए पैनल के तीन क्यूरेटर द्वारा किया जाएगा। केवल क्यूरेटर की ओर से अनुशंसित सामग्री ही मंच पर प्रदर्शित की जाएगी।
करुण ने कहा कि क्यूरेटर ने अब तक सीस्पेस के पहले चरण के लिए 42 फिल्मों का चयन किया है जिनमें 35 फीचर फिल्में, छह वृत्तचित्र और एक लघु फिल्म शामिल है। वे फिल्में जिन्होंने राष्ट्रीय या राज्य पुरस्कारों में पुरस्कार जीते हैं या प्रमुख फिल्म समारोहों में प्रदर्शित की गई हैं, उन्हें भी दिखाया जाएगा।
‘सीस्पेस’ की एक और विशिष्ट विशेषता इसके संचालन, समग्र आय और राजस्व हिस्सेदारी में पारदर्शिता है। प्लेटफॉर्म, जो पे-पर-व्यू के आधार पर संचालित होता है, दर्शकों को 75 रुपये में एक फीचर फिल्म और बहुत कम कीमत पर अपेक्षाकृत छोटी सामग्री देखने की अनुमति देता है। चार्ज की गई राशि का ठीक आधा हिस्सा सामग्री प्रदाता को जाता है।
दर्शक सात मार्च से सीस्पेस ऐप को प्ले स्टोर और ऐप स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं।
केएसएफडीसी के एमडी केवी अब्दुल मलिक ने कहा कि प्लेटफॉर्म के लॉन्च से फिल्म उद्योग के प्रदर्शकों और वितरकों की एक बड़ी चिंता का समाधान हो जाएगा जो निर्माताओं की ओर से अपनी फीचर फिल्मों को सीधे ओटीटी प्लेटफार्मों पर रिलीज करने के कारण होने वाले मुनाफे को लेकर है।
उन्होंने कहा,“उनकी चिंताओं को ध्यान में रखते हुए ‘सीस्पेस’ ने केवल उन्हीं फीचर फिल्मों को प्रदर्शित करने का निर्णय लिया है जो सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी हैं। इसके अतिरिक्त क्यूरेटर द्वारा अनुशंसित लघु फिल्में, वृत्तचित्र और प्रयोगात्मक फिल्में भी मंच पर उपलब्ध कराई जाएंगी।”
फिल्म पेशेवरों के कल्याण के लिए एक निश्चित राशि अलग रखने की योजना पर भी विचार किया जा रहा है। ‘सीस्पेस’ में फिल्म के छात्रों और फिल्मों को गंभीरता से लेने वालों के लिए खानपान के अलावा केरल की संस्कृति और कला से संबंधित सामग्री होगी। मंच के माध्यम से कॉलेजों सहित राज्य भर के फिल्म क्लबों को प्रोत्साहित करने की भी योजना है।
पुरस्कार विजेता फिल्में ‘निषिद्धो’ और ‘बी32 टू 44’ का प्रीमियर सीस्पेस पर होगा। इसका इरादा फिल्म निर्माताओं को उनकी फिल्में देखने वाले दर्शकों के समर्थन के माध्यम से उत्पादन लागत वसूलने का अवसर प्रदान करके क्राउड फंडिंग में एक नया पैटर्न शुरू करने का भी है।
लॉन्च समारोह में सामान्य शिक्षा एवं श्रम मंत्री वी. शिवनकुट्टी, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री जी.आर. अनिल, केएसएफडीसी के अध्यक्ष शाजी एन. करुण और तिरुवनंतपुरम की मेयर सुश्री आर्या राजेंद्रन ने भी भाग लिया।
इस कार्यक्रम में विधायक एंटनी राजू, सांस्कृतिक मामलों की सचिव मिनी एंटनी, सांस्कृतिक निदेशक एन. माया और केएसएफडीसी के एमडी केवी अब्दुल मलिक के साथ-साथ कला एवं संस्कृति की दुनिया के गणमान्य व्यक्ति भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए।
संजय, यामिनी
भारत पोस्ट लाइव