सिनेमा / टीवी

भगवान राम के प्रति भरत की अटूट भक्ति निःस्वार्थता और बलिदान के मार्ग को रोशन करती है : निखलेश राठौड़

मुंबई, 29 फरवरी (वार्ता)सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन पर प्रसारित हो रहे शो श्रीमद रामायाण में भरत की भूमिका निभा रहे निखलेश राठौड़ का कहना है कि भगवान राम के प्रति भरत की अटूट भक्ति निःस्वार्थता और बलिदान के मार्ग को रोशन करती है।
सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन की महाकाव्य गाथा श्रीमद रामायण के दर्शकों ने रानी कैकेयी द्वाराभगवान राम को अयोध्या से निर्वासित करने और भरत को राजा बनाने की मांग देखी है। अयोध्या के समृद्ध राज्य और शाही परिवार के भीतर भारी हंगामा के बीच दर्शक देखेंगे कि भरत, जो अपने भाईभगवान राम से बहुत प्यार करता है, कैकेयी से असहमत हो जाता है और अपनी मां को कुमाता कहता है।भाईचारे के अपने अटूट बंधन को दर्शाते हुए, भरत भगवान राम से मिलने के लिए चित्रकूट जाते हैं, जहां वह उनसे वापस आने और राजा के रूप में अपने सही स्थान का दावा करने का अनुरोध करते हैं।लेकिन भगवान राम रानी कैकेयी को दिए गए अपने पिता के वरदानों का सम्मान करने के लिए प्रतिबद्ध है और इसलिए, भरत अपने भाई की पादुकाएं वापस ले लेंगे और उन्हें भगवान राम के अधिकार केप्रतीक के रूप में सिंहासन पर रखेंगे।
श्रीमद रामायण में भरत का किरदार निभाने वाले निखलेश राठौड़ ने कहा,वफादारी और प्रेम की गाथा में, भरत की अपने भाई भगवान राम के प्रति अटूट भक्ति निःस्वार्थताऔर बलिदान के मार्ग को रोशन करती है, जहां सिंहासन भाईचारे के बंधन के सामने फीका पड़ जाता है। भरत के चरित्र को चित्रित करने से मुझे दुनिया का एक गहरा सबक मिला है, कि व्यक्ति को हमेशा उस चीज़ के लिए खड़ा होना चाहिए जो सही है, भले ही इसका मतलब अपने सबसे करीबी लोगों का विरोध करना हो।
श्रीमद रामायण, हर सोमवार से शुक्रवार रात 9 बजे, सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन पर प्रसारित होता है।
प्रेम
वार्ता