63 मून्स ने साइबर सुरक्षा के लिए लाँच की अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी
नयी दिल्ली, 21 फरवरी (वार्ता) अगली पीढ़ी की प्रौद्योगिकी विकसित करने वाली प्रमुख कंपनी 63 मून्स टेक्नोलॉजीज लिमिटेड साइबर सुरक्षा के महत्वपूर्ण क्षेत्र में प्रवेश करते हुये स्मार्टफोन के लिए साइबर सुरक्षा ऐप ‘सीवाईबीएक्स’और इंटरप्राइज सर्वर के लिए 63 एसएटीएस तथा प्रत्येक शहर, प्रत्येक राज्य और देश के लिए साइबरड्रोम लाँच करने की आज घोषणा की।
कंपनी ने कहा कि साइबर अटैक के बढ़ते पैमाने और तरीकों को देखते हुए, साइबर सुरक्षा सभी व्यक्तियों, कॉर्पोरेट संस्थाओं और देशों के लिए ज़रूरी है। इसलिए, 63मूंस ने साइबर सुरक्षा के लिए तीन वर्टिकल में सॉफ्टवेयर लाँच किये हैं जो सेंट्रलाइज्ड सिक्योरिटी ऑपरेशंस नर्व सेंटर (एसओसी) से संचालित है और विकेंद्रीकृत फ्रैंचाइज़ नेटवर्क द्वारा समर्थित हैं। इज़राइल से लेकर अमेरिका तक, दुनिया की 10 सर्वश्रेष्ठ साइबर सुरक्षा फर्मों के साथ गठबंधन में 63 मून्स का साइबर सुरक्षा वर्टिकल बनाया गया है। कंपनी के इनोवेशन के तरीके ने कई प्रमुख साइबर सुरक्षा फर्म जैसे ब्लैकबेरी, रिसिक्योरिटी, मॉर्फिसेक आदि को बेस्ट इन क्लास और व्यापक साइबर सुरक्षा सूट बनाने हेतु भागीदार बनने के लिए अपनी ओर खींचा है। कई यूनिकॉर्न शुरू करने की अपनी विरासत के लिए जानी जाने वाली 63मून्स अब एक ऐसे क्षेत्र में प्रवेश करने के लिए तैयार है, जिसमें भविष्य को उज्ज्वल करने वाली और परिवर्तनकारी साइबर सुरक्षा प्रौद्योगिकियों के साथ संभावित डिकैकॉर्न देखा गया है, क्योंकि भारतीय साइबर सुरक्षा बाजार की कीमत वर्ष 2029 तक लगभग 1 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचन जायेगी। साथ ही वैश्विक साइबर सुरक्षा बाजार का अनुमानित मूल्य वर्ष 2030 तक कुल 42 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने की सम्भावना है।