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केन्द्र सरकार को किसानों की बात सुननी चाहिए: पायलट

जयपुर 14 फरवरी (वार्ता) राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने केन्द्र सरकार पर किसानों के साथ वादा खिलाफी करने का आरोप लगाते हुए उसे अड़ियल रवैया छोड़कर आंदोलित किसानों के साथ बातचीत कर उनकी समस्या सुननी एवं मांगे माननी चाहिए।
श्री पायलट ने बुधवार को यहां कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के राज्यसभा के लिए नामांकन भरने के बाद मीडिया से बातचीत में यह बात कही। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन कर रहें है ,यह सरकार की जिद है एवं सरकार का अड़ियल रवैया के कारण समाधान नहीं हो रहा। कांग्रेस पार्टी ने कल यह घोषणा की कि छत्तीसगढ़ के अंदर की हमारी सरकार बनी तो तो हम न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को एक कानूनी प्रावधान बनायेंगे। किसानों को लागत के हिसाब से अपना पैसा नहीं मिल रहा है। हमने वायदा किया है कि एमएसपी को लागू कर देंगे और यह केन्द्र सरकार है जो किसानों की हितैषी बनती है, लगातार किसान आंदोलन कर रहें है किसानों के हितों को ताक पर रखकर तीन काले कानून बनाए।
उन्होंने कहा कि इससे पहले डेढ़ साल किसानों ने आंदोलन किया और सैकड़ों लोगों मौत हो गईं और केन्द्र सरकार ने यह वायदा किया था की हम एमएसपी पर कानून बनायेंगे, अब सरकार का कार्यकाल खत्म हो रहा है सरकार को अपने वायदे पर खरा उतरना चाहिए था। उन्होंने कहा कि सरकार को किसानों पर दबाव बनाने के बजाय बेहतर होगा कि वह उनसे बातचीत कर उनकी समस्या का समाधान निकाले।
श्री पायलट ने कहा कि श्रीमती सोनिया गांधी ने आज हम सब के आग्रह पर राजस्थान से राज्यसभा के उम्मीदवार के तौर पर नामांकन भरा है जो राजस्थान के लिए बड़ी खुशी की बात है और कांग्रेसजनों के लिए एक खुशी का मौक़ा है क्योंकि उन्होंने राजसथान को चुना है सांसद बनने के लिए, इससे कार्यकर्ताओ में ऊर्जा का संचार होगा। इससे लोकसभा चुनाव में भी पार्टी के लिए एक सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
जोरा
वार्ता